MSG

��एक सेठ था, वो दिन-रात
��काम-धँधा बढ़ाने में लगा रहता था,
��उसको शहर का सबसे
��अमीर आदमी बनना था।
��धीरे-धीरे वह नगर सेठ बन गया।
��इस कामयाबी की ख़ुशी में
��उसने एक शानदार घर बनवाया।
��गृह प्रवेश के दिन
✌उसने एक बहुत बड़ी पार्टी दी
✋और जब सारे मेहमान चले गए तो
��वो अपने कमरे में सोने के लिए गया।
��वो जैसे ही बिस्तर पर लेटा
��एक आवाज़ उसके कानो में पड़ी..
��मैं तुम्हारी आत्मा हूँ,
��और अब मैं तुम्हारा
��शरीर छोड़ कर जा रही हूँ !
��सेठ घबरा के बोला,
��अरे तुम ऐसा नहीं कर सकती,
��तुम्हारे बिना तो मैं तो मर ही जाऊँगा,
��देखो मैंने कितनी बड़ी
��कामयाबी हांसिल की है,
��तुम्हारे लिए करोड़ों रूपये का
✈घर बनवाया है,
✈इतनी सारी सुख-सुविधाएं
✈सिर्फ तुम्हारे लिए ही तो हे।
��यहाँ से मत जाओ।
��आत्मा बोली,
��मेरा घर तो तुम्हारा स्वस्थ शरीर था,
��पर करोड़ों कमाने के चक्कर में
��तुमने इस अमूल्य शरीर का ही
��नाश कर डाला,
��तुम्हें ब्लड प्रेशर, डायबिटीज,
��थायरॉइड, मोटापा, कमर दर्द
��आदि बीमारियों ने घेर लिया है।
��तुम ठीक से चल नहीं पाते,
��रात को तुम्हे नींद नहीं आती,
��तुम्हारा दिल भी कमजोर हो चुका है, ⏰तनाव की वजह से ना जाने
⏰और कितनी बीमारियों का
⏰घर बन चुका है
��तुम्हारा शरीर।तुम ही बताओ
��क्या तुम ऐसे किसी घर में
��रहना चाहोगे जहाँ
��चारो तरफ  कमजोर दिवारें हो,
��गंदगी हो, जिसकी छत टपक रही हो,
��जिसके खिड़की दरवाजे टूटे हों,
��नहीं रहना चाहोगे ना!!...
��इसलिए मैं भी
��ऐसी जगह नहीं रह सकती।...
��और ऐसा कहते हुए आत्मा
��सेठ के शरीर से निकल गयी...
��सेठ की मृत्यु हो गयी।
⛵मित्रों, ये कहानी
⛵बहुत से लोगों की हकीकत है,
⛵ऐसा नहीं हे कि आप
☎अपनी मंजिल पर मत पहुँचिये,
☎पर जो भी करिये
☎स्वास्थ्य को सबसे ऊपर रखिये,
��नहीं तो सेठ की तरह
��मंजिल पा लेने के बाद भी
��अपनी सफलता का लुत्फ नहीं उठा पाएँगे
           || आनंदम्  ||

������������������
        दुनियाँ के लिए आप
            एक व्यक्ति हैं ।
   लेकिन परिवार के लिए आप
          पूरी दुनियाँ हैं ।।
  ....आप अपना ख्याल रखें...
          Walk At least
        One Hour Daily

Share this:

CONVERSATION

0 comments:

Post a Comment

Blog Archive

Powered by Blogger.

Recent

Comment

NEXT PAGE

FOR NEXT PAGE CLICK ON OLDER POSTS.

Search This Blog